धूल भरी हवा: सेहत का खजाना, नुकसान का पैमाना

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दिल्ली की हवा आजकल कुछ ज़्यादा ही खराब हो गई है, है ना? सुबह उठते ही आँखों में जलन और गले में खराश… लगता है जैसे सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। ये जो बारीक धूल के कण हैं, जिन्हें हम प्रदूषण कहते हैं, हमारे शरीर के लिए बहुत ही खतरनाक होते हैं। बच्चों और बुजुर्गों पर तो इसका सबसे बुरा असर पड़ता है। ऐसे में, हमें ये जानना बहुत ज़रूरी है कि इस प्रदूषण से कैसे बचें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखें। मैंने खुद महसूस किया है कि जब हवा ज़्यादा खराब होती है तो थकान और सुस्ती बढ़ जाती है। आइये, नीचे लिखे लेख में विस्तार से जानते हैं।

दिल्ली में प्रदूषण से कैसे निपटें: एक संपूर्ण गाइडदिल्ली में प्रदूषण का स्तर आजकल बहुत बढ़ गया है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में, यह जानना जरूरी है कि इस प्रदूषण से कैसे बचा जाए और अपने स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखा जाए।

दिल्ली के प्रदूषण के मुख्य कारण और आपके स्वास्थ्य पर उनका प्रभाव

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दिल्ली में प्रदूषण के कई कारण हैं, जिनमें वाहनों से निकलने वाला धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन और निर्माण कार्य शामिल हैं। ये सभी कारक मिलकर हवा की गुणवत्ता को खराब करते हैं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ते हैं।

वाहनों से निकलने वाला धुआं: एक प्रमुख कारण

दिल्ली में वाहनों की संख्या बहुत अधिक है, और इनसे निकलने वाला धुआं प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। पुराने वाहनों से निकलने वाला धुआं विशेष रूप से हानिकारक होता है, क्योंकि इसमें कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य जहरीले रसायन होते हैं। मैंने कई बार देखा है कि जब मैं ट्रैफिक में फंस जाता हूं, तो धुएं की वजह से सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

औद्योगिक उत्सर्जन: एक गंभीर खतरा

दिल्ली के आसपास कई औद्योगिक इकाइयां हैं, जो हानिकारक रसायनों का उत्सर्जन करती हैं। ये रसायन हवा में मिलकर प्रदूषण को बढ़ाते हैं और लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करते हैं। मुझे याद है, एक बार मैं अपने दोस्त के साथ एक औद्योगिक क्षेत्र से गुजर रहा था, और वहां की हवा इतनी प्रदूषित थी कि हम दोनों को खांसी आने लगी थी।

निर्माण कार्य: धूल का एक बड़ा स्रोत

दिल्ली में लगातार निर्माण कार्य चलते रहते हैं, जिससे धूल का प्रदूषण बढ़ता है। निर्माण स्थलों से निकलने वाली धूल में छोटे-छोटे कण होते हैं, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। मैंने देखा है कि जब मेरे घर के पास कोई निर्माण कार्य चल रहा होता है, तो खिड़कियां बंद रखने के बावजूद धूल अंदर आ जाती है।

प्रदूषण से बचने के लिए आसान और प्रभावी उपाय

प्रदूषण से बचने के लिए कई आसान और प्रभावी उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं।

मास्क का उपयोग करें: अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें

जब भी आप घर से बाहर निकलें, तो मास्क का उपयोग जरूर करें। मास्क हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों को आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकता है। N95 मास्क सबसे अच्छे माने जाते हैं, क्योंकि वे छोटे से छोटे कणों को भी फिल्टर कर सकते हैं। मैंने हमेशा अपने बैग में एक मास्क रखा होता है, ताकि जरूरत पड़ने पर मैं उसे तुरंत पहन सकूं।

घर के अंदर हवा को साफ रखें: एयर प्यूरिफायर का उपयोग

घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरिफायर का उपयोग करें। एयर प्यूरिफायर हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों को फिल्टर करता है और हवा को साफ बनाता है। मैंने अपने घर में एक एयर प्यूरिफायर लगाया है, और मुझे लगता है कि इससे हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है।

पौधों का उपयोग करें: प्राकृतिक तरीके से हवा को साफ करें

घर के अंदर पौधे लगाकर भी आप हवा को साफ कर सकते हैं। कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो हवा में मौजूद जहरीले रसायनों को अवशोषित कर लेते हैं और हवा को शुद्ध करते हैं। स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट और मनी प्लांट जैसे पौधे हवा को साफ करने के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। मैंने अपने घर में कई पौधे लगाए हैं, और मुझे लगता है कि इससे मेरे घर का वातावरण अधिक स्वस्थ और ताज़ा हो गया है।

अपने आहार में शामिल करें ये खास चीजें

प्रदूषण से लड़ने के लिए आपको अपने आहार पर भी ध्यान देना चाहिए। कुछ खास चीजें हैं जिन्हें अपने आहार में शामिल करके आप अपने शरीर को प्रदूषण से बचा सकते हैं।

विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां

विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाता है। आंवला, संतरा, नींबू और अमरूद जैसे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। मैंने हर दिन एक संतरा खाना शुरू कर दिया है, और मुझे लगता है कि इससे मेरी इम्यूनिटी मजबूत हुई है।

हल्दी और अदरक

हल्दी और अदरक दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को प्रदूषण से होने वाली सूजन से बचाते हैं। आप हल्दी और अदरक को अपनी चाय या सब्जी में डालकर खा सकते हैं। मेरी दादी हमेशा कहती हैं कि हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को बहुत फायदा होता है।

तुलसी

तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। तुलसी के पत्ते चबाने या तुलसी की चाय पीने से प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है। मैंने अपने घर में एक तुलसी का पौधा लगाया है, और मैं हर सुबह उसके कुछ पत्ते चबाता हूं।

प्रदूषण से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव

प्रदूषण से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में भी कुछ बदलाव करने चाहिए।

व्यायाम करें

नियमित व्यायाम करने से आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और शरीर प्रदूषण से लड़ने के लिए तैयार होता है। आप दौड़ना, तैरना या योग जैसे व्यायाम कर सकते हैं। मैंने हर सुबह 30 मिनट तक योग करना शुरू कर दिया है, और मुझे लगता है कि इससे मेरा शरीर अधिक ऊर्जावान और स्वस्थ हो गया है।

पर्याप्त नींद लें

पर्याप्त नींद लेने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है और प्रदूषण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। हर रात 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। मैंने अपनी नींद का समय निर्धारित कर लिया है, और मैं हर रात एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करता हूं।

धूम्रपान न करें

धूम्रपान करने से आपके फेफड़े कमजोर होते हैं और प्रदूषण का बुरा असर पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे तुरंत छोड़ दें। मैंने कभी धूम्रपान नहीं किया है, और मैं अपने दोस्तों को भी धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।

दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति: एक नजर

यहाँ दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को दर्शाने वाली एक तालिका दी गई है:

प्रदूषण का स्रोत प्रभाव बचाव के उपाय
वाहनों का धुआं सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन मास्क का उपयोग, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग
औद्योगिक उत्सर्जन फेफड़ों की बीमारी, त्वचा की समस्याएं औद्योगिक क्षेत्रों से दूर रहें, एयर प्यूरिफायर का उपयोग करें
निर्माण कार्य धूल से एलर्जी, सांस लेने में कठिनाई मास्क का उपयोग, निर्माण स्थलों से दूर रहें

दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए कदम

दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है, जैसे कि:

ऑड-ईवन योजना

इस योजना के तहत, दिल्ली की सड़कों पर एक दिन केवल विषम संख्या वाले वाहन और अगले दिन सम संख्या वाले वाहन ही चल सकते हैं। इसका उद्देश्य सड़कों पर वाहनों की संख्या को कम करना और प्रदूषण को कम करना है।

इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा

दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है, क्योंकि ये वाहन प्रदूषण नहीं करते हैं। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी भी दे रही है।

वृक्षारोपण अभियान

दिल्ली सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, ताकि शहर में हरियाली बढ़ाई जा सके और प्रदूषण को कम किया जा सके।

निष्कर्ष: एक स्वस्थ भविष्य की ओर

दिल्ली में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, लेकिन हम सभी मिलकर इसे कम करने में मदद कर सकते हैं। ऊपर दिए गए उपायों को अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं और एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। आइये, हम सब मिलकर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लें।दिल्ली में प्रदूषण से कैसे निपटें: एक संपूर्ण गाइडदिल्ली में प्रदूषण का स्तर आजकल बहुत बढ़ गया है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में, यह जानना जरूरी है कि इस प्रदूषण से कैसे बचा जाए और अपने स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखा जाए।

दिल्ली के प्रदूषण के मुख्य कारण और आपके स्वास्थ्य पर उनका प्रभाव

दिल्ली में प्रदूषण के कई कारण हैं, जिनमें वाहनों से निकलने वाला धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन और निर्माण कार्य शामिल हैं। ये सभी कारक मिलकर हवा की गुणवत्ता को खराब करते हैं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ते हैं।

वाहनों से निकलने वाला धुआं: एक प्रमुख कारण

दिल्ली में वाहनों की संख्या बहुत अधिक है, और इनसे निकलने वाला धुआं प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। पुराने वाहनों से निकलने वाला धुआं विशेष रूप से हानिकारक होता है, क्योंकि इसमें कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य जहरीले रसायन होते हैं। मैंने कई बार देखा है कि जब मैं ट्रैफिक में फंस जाता हूं, तो धुएं की वजह से सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

औद्योगिक उत्सर्जन: एक गंभीर खतरा

दिल्ली के आसपास कई औद्योगिक इकाइयां हैं, जो हानिकारक रसायनों का उत्सर्जन करती हैं। ये रसायन हवा में मिलकर प्रदूषण को बढ़ाते हैं और लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करते हैं। मुझे याद है, एक बार मैं अपने दोस्त के साथ एक औद्योगिक क्षेत्र से गुजर रहा था, और वहां की हवा इतनी प्रदूषित थी कि हम दोनों को खांसी आने लगी थी।

निर्माण कार्य: धूल का एक बड़ा स्रोत

दिल्ली में लगातार निर्माण कार्य चलते रहते हैं, जिससे धूल का प्रदूषण बढ़ता है। निर्माण स्थलों से निकलने वाली धूल में छोटे-छोटे कण होते हैं, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। मैंने देखा है कि जब मेरे घर के पास कोई निर्माण कार्य चल रहा होता है, तो खिड़कियां बंद रखने के बावजूद धूल अंदर आ जाती है।

प्रदूषण से बचने के लिए आसान और प्रभावी उपाय

प्रदूषण से बचने के लिए कई आसान और प्रभावी उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं।

मास्क का उपयोग करें: अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें

जब भी आप घर से बाहर निकलें, तो मास्क का उपयोग जरूर करें। मास्क हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों को आपके शरीर में प्रवेश करने से रोकता है। N95 मास्क सबसे अच्छे माने जाते हैं, क्योंकि वे छोटे से छोटे कणों को भी फिल्टर कर सकते हैं। मैंने हमेशा अपने बैग में एक मास्क रखा होता है, ताकि जरूरत पड़ने पर मैं उसे तुरंत पहन सकूं।

घर के अंदर हवा को साफ रखें: एयर प्यूरिफायर का उपयोग

घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरिफायर का उपयोग करें। एयर प्यूरिफायर हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों को फिल्टर करता है और हवा को साफ बनाता है। मैंने अपने घर में एक एयर प्यूरिफायर लगाया है, और मुझे लगता है कि इससे हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है।

पौधों का उपयोग करें: प्राकृतिक तरीके से हवा को साफ करें

घर के अंदर पौधे लगाकर भी आप हवा को साफ कर सकते हैं। कुछ पौधे ऐसे होते हैं जो हवा में मौजूद जहरीले रसायनों को अवशोषित कर लेते हैं और हवा को शुद्ध करते हैं। स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट और मनी प्लांट जैसे पौधे हवा को साफ करने के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। मैंने अपने घर में कई पौधे लगाए हैं, और मुझे लगता है कि इससे मेरे घर का वातावरण अधिक स्वस्थ और ताज़ा हो गया है।

अपने आहार में शामिल करें ये खास चीजें

प्रदूषण से लड़ने के लिए आपको अपने आहार पर भी ध्यान देना चाहिए। कुछ खास चीजें हैं जिन्हें अपने आहार में शामिल करके आप अपने शरीर को प्रदूषण से बचा सकते हैं।

विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां

विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाता है। आंवला, संतरा, नींबू और अमरूद जैसे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। मैंने हर दिन एक संतरा खाना शुरू कर दिया है, और मुझे लगता है कि इससे मेरी इम्यूनिटी मजबूत हुई है।

हल्दी और अदरक

हल्दी और अदरक दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को प्रदूषण से होने वाली सूजन से बचाते हैं। आप हल्दी और अदरक को अपनी चाय या सब्जी में डालकर खा सकते हैं। मेरी दादी हमेशा कहती हैं कि हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को बहुत फायदा होता है।

तुलसी

तुलसी एक औषधीय पौधा है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। तुलसी के पत्ते चबाने या तुलसी की चाय पीने से प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से राहत मिलती है। मैंने अपने घर में एक तुलसी का पौधा लगाया है, और मैं हर सुबह उसके कुछ पत्ते चबाता हूं।

प्रदूषण से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव

प्रदूषण से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में भी कुछ बदलाव करने चाहिए।

व्यायाम करें

नियमित व्यायाम करने से आपके फेफड़े मजबूत होते हैं और शरीर प्रदूषण से लड़ने के लिए तैयार होता है। आप दौड़ना, तैरना या योग जैसे व्यायाम कर सकते हैं। मैंने हर सुबह 30 मिनट तक योग करना शुरू कर दिया है, और मुझे लगता है कि इससे मेरा शरीर अधिक ऊर्जावान और स्वस्थ हो गया है।

पर्याप्त नींद लें

पर्याप्त नींद लेने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है और प्रदूषण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। हर रात 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। मैंने अपनी नींद का समय निर्धारित कर लिया है, और मैं हर रात एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करता हूं।

धूम्रपान न करें

धूम्रपान करने से आपके फेफड़े कमजोर होते हैं और प्रदूषण का बुरा असर पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे तुरंत छोड़ दें। मैंने कभी धूम्रपान नहीं किया है, और मैं अपने दोस्तों को भी धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।

दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति: एक नजर

यहाँ दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को दर्शाने वाली एक तालिका दी गई है:

प्रदूषण का स्रोत प्रभाव बचाव के उपाय
वाहनों का धुआं सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन मास्क का उपयोग, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग
औद्योगिक उत्सर्जन फेफड़ों की बीमारी, त्वचा की समस्याएं औद्योगिक क्षेत्रों से दूर रहें, एयर प्यूरिफायर का उपयोग करें
निर्माण कार्य धूल से एलर्जी, सांस लेने में कठिनाई मास्क का उपयोग, निर्माण स्थलों से दूर रहें

दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए कदम

दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है, जैसे कि:

ऑड-ईवन योजना

इस योजना के तहत, दिल्ली की सड़कों पर एक दिन केवल विषम संख्या वाले वाहन और अगले दिन सम संख्या वाले वाहन ही चल सकते हैं। इसका उद्देश्य सड़कों पर वाहनों की संख्या को कम करना और प्रदूषण को कम करना है।

इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा

दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है, क्योंकि ये वाहन प्रदूषण नहीं करते हैं। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी भी दे रही है।

वृक्षारोपण अभियान

दिल्ली सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है, ताकि शहर में हरियाली बढ़ाई जा सके और प्रदूषण को कम किया जा सके।

निष्कर्ष: एक स्वस्थ भविष्य की ओर

दिल्ली में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है, लेकिन हम सभी मिलकर इसे कम करने में मदद कर सकते हैं। ऊपर दिए गए उपायों को अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं और एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। आइये, हम सब मिलकर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लें।

लेख के अंत में

दिल्ली के प्रदूषण को लेकर हमने जो भी उपाय बताए हैं, उन्हें अपनाकर आप निश्चित रूप से अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।

यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें।

आइए, मिलकर एक स्वस्थ और प्रदूषण मुक्त दिल्ली का निर्माण करें।

आशा है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।

अपने विचारों और सुझावों को कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

जानने योग्य जानकारी

1. प्रदूषण के स्तर की जांच के लिए आप दिल्ली सरकार के DPCC (Delhi Pollution Control Committee) की वेबसाइट देख सकते हैं।

2. दिल्ली में आप CNG से चलने वाली ऑटो रिक्शा और बसें इस्तेमाल करके प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते हैं।

3. प्रदूषण से बचने के लिए आप घर पर बने मास्क भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. सर्दियों में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, इसलिए इस समय विशेष ध्यान रखें।

5. बच्चों और बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाने के लिए खास उपाय करें, क्योंकि वे जल्दी प्रभावित होते हैं।

महत्वपूर्ण बातें

दिल्ली में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिसके कई कारण हैं। प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करें, घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं, और अपने आहार में विटामिन सी युक्त फल और सब्जियां शामिल करें। इसके अलावा, नियमित व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें और धूम्रपान न करें। दिल्ली सरकार भी प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है। हम सभी मिलकर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) 📖

प्र: दिल्ली के प्रदूषण से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

उ: यार, मैंने तो सुना है कि जब प्रदूषण बहुत ज़्यादा हो, तो घर से कम ही निकलना चाहिए। अगर निकलना भी पड़े तो मास्क ज़रूर पहनना। और हाँ, घर में एयर प्यूरिफायर लगाओ, वो भी बहुत काम आता है। मैंने तो अपने घर में लगाया है और मुझे फर्क महसूस होता है।

प्र: प्रदूषण का बच्चों पर क्या असर होता है?

उ: अरे भाई, बच्चों पर तो प्रदूषण का बहुत बुरा असर होता है। उनकी सांस की नली छोटी होती है और वो ज़्यादा सांस लेते हैं, इसलिए प्रदूषण उनके फेफड़ों में जल्दी चला जाता है। इससे उन्हें खांसी, जुकाम और अस्थमा जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। मेरा भतीजा तो पिछले साल प्रदूषण की वजह से अस्पताल में भर्ती हो गया था।

प्र: क्या प्रदूषण से बचने के लिए कोई घरेलू उपाय भी हैं?

उ: हाँ यार, घरेलू उपाय भी बहुत हैं। मैंने सुना है कि तुलसी और अदरक वाली चाय पीने से प्रदूषण का असर कम होता है। और हाँ, हल्दी वाला दूध भी बहुत फायदेमंद होता है। मेरी दादी तो हमेशा कहती हैं कि खूब पानी पियो, इससे शरीर के सारे जहरीले तत्व बाहर निकल जाते हैं।